दुख देगी यह संकुचित दृष्टि - वाह्य की अपेक्षा आंतरिक संघर्ष पर जोर डॉ दीनानाथ अनुसंधान 15 (14), 208- 216, 2020 | | 2020 |
घर में जोग भोग घर ही में - एक भारतीय आजीवक दृष्टि डॉ दीनानाथ पराक्सिस इंटरनेशनल जर्नल ऑफ सोशल साइंस एण्ड लिटरेचर 3 (6), 7-14, 2020 | | 2020 |
भारतीयता की परिकल्पना और दलित विमर्श डॉ दीनानाथ साहित्य भंडार प्रकाशन इलाहाबाद, 2020 | | 2020 |
गली आगे मुड़ती है- दिवास्वप्न का यथार्थ डॉ दीनानाथ हिन्दुस्तानी पत्रिका 80 (3), 147-151, 2019 | | 2019 |
पेरियार के सामाजिक विचार - आत्म सम्मान आंदोलन डॉ दीनानाथ काव इन्टरनेशनल जर्नल ऑफ आर्ट्स, हुमनिटीज एण्ड सोशल साइंस 3 (6), 23-25, 2019 | | 2019 |
महर्षि वाल्मीकि और उनके काव्य का आयाम डॉ दीनानाथ हिन्दुस्तानी पत्रिका 80 (2), 109-112, 2019 | | 2019 |
आदिकवि का सौंदर्यबोध और आधुनिक संदर्भ डॉ दीनानाथ साक्षात्कार, 51-54, 2019 | | 2019 |
वैष्णवी जनश्रुतियाँ और संत रविदास डॉ दीनानाथ काव इंटरनेशनल जर्नल ऑफ आर्ट्स ,हुमनिटीज एण्ड सोशल साइंस 6 (1), 100-103, 2019 | | 2019 |
विविधता बनाम एकता में राष्ट्रीय सेवा योजना की भूमिका डॉ दीनानाथ नेशनल जर्नल ऑफ आर्ट्स, कामर्स एंड सिनटिफिक रिसर्च रीवू 6 (1), 5-6, 2019 | | 2019 |
नैतिक मूल्य और नवलेखन डॉ दीनानाथ सम्मेलन पत्रिका 104 (1,2), 110-115, 2019 | | 2019 |
जल में कुम्भ, कुम्भ में भारत डॉ दीनानाथ हिन्दुस्तानी पत्रिका 80 (1), 175-179, 2019 | | 2019 |
भोजपुरी लोकगीतों में दलित चेतना डॉ दीनानाथ हिन्दुस्तानी पत्रिका 79 (3), 117-120, 2018 | | 2018 |
हिंदी संत परंपरा और राष्ट्रीय भावैक्य डॉ दीनानाथ हिन्दुस्तानी पत्रिका 79 (2), 18-23, 2018 | | 2018 |
भारत की दलित समस्या और गांधी का हस्तक्षेप डॉ दीनानाथ मंगलम पीयर रीवूड रेफरड जर्नल 16, 103-114, 2018 | | 2018 |
महात्मा गांधी के हरिजन आंदोलन का आधुनिक संदर्भ डॉ दीनानाथ महात्मा गांधी के विधि शास्त्रीय सिद्धांत: सत्य, अहिंसा और प्रेम …, 2018 | | 2018 |
कबिरा खड़ा बजार में - का सामाजिक संदर्भ डॉ दीनानाथ समसामयिक परिवेश में कबीर के विचारों की प्रासंगिकता, राजर्षि …, 2018 | | 2018 |
दलित विमर्श का साहित्य डॉ दीनानाथ एसियाई जर्नल ऑफ एडवांस स्टडी 4 (1), 46-49, 2018 | | 2018 |
भारत में मानवाधिकार और अस्मितावादी विमर्श डॉ दीनानाथ काव ई जर्नल 5 (1), 282-285, 2018 | | 2018 |
जगदीश गुप्त के काव्य शंबूक में क्रांतिकारी चेतना के तत्व डॉ दीनानाथ सम्मेलन पत्रिका 102 (4), 63-72, 2017 | | 2017 |
प्रसाद का सांस्कृतिक व्यक्तित्व : रचनात्मक प्रदेय डा दीनानाथ डा अनुपम आनंद, डा सरोज सिंह, डा रामपाल गंगवार, डा ... हिन्दुस्तानी अकादेमी प्रकाशन इलाहाबाद, 2017 | | 2017 |